Sad Shayari : Wahi Shakhs Akela Chhod Gaya

Sad Shayari : Wahi Shakhs Akela Chhod Gaya

Sad Shayari
Sad Shayari
बिखरे थे जो अल्फ़ाज इस कायनात में,
समेंटा है उन्हें चंद पन्नों की किताब में,
अब दुआ नहीं मांगता बस पूंछता हुं खुदा से,
अभी कितनी सांसे और हैं हिसाब में..?

क्या वफा होती है..?
काश तुम जान जाती...
ना हम, ना तुम अकेली होती।

सोचा था तुझपे प्यार लुटाकर तेरे दिल में घर बनायेंगे,
हमे क्या पता था दिल देकर भी हम बेघर रह जाएँगे।

वही शख्स अकेला छोड गया मुझे इस दुनिया कि भीड मे,
जिसने दुनिया की भीड़ से चुन के मुझे अपना बनाया था।

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