Love Shayari : Zubaan Ek Aur Bhi Hoti Hai
Love Shayari : Zubaan Ek Aur Bhi Hoti Hai
Love Shayari |
आपकी याद बहुत बेकरार करती हैं,
जाते जाते कहीं भी मुलाकात हो जाये आप से,
तलाश आपको ये नज़र बार बार करती हैं।
तुम कर लो नज़रअंदाज़ अपने हिसाब से,
हम तो मोहब्बत फिर भी बेहिसाब ही करेंगे।
जहां हो, जैसे हो, वहीं... वैसे ही रहना तुम,
तुम्हें पाना जरुरी नहीं, तुम्हारा होना ही काफी है।
Zaroori To Nahi Zubaan Se Kahe Dil Ki Baat.
Zubaan Ek Aur Bhi Hoti Hai Izhaare Ye Mohabbat Ki.
होंठो पे दोस्ती के फसाने नही आते,
साहिल पे समुंदर के खजाने नही आते,
उड़ने दो परिंदो को शौक से हवा मे ,
फिर लौट कर कॉलेज के जमाने नही आते।
No comments