Love Shayari : Hasrat Hain Sirf Tumhe Pane
Love Shayari : Hasrat Hain Sirf Tumhe Pane
Love Shayari in Hindi |
कल के नौसखिए सिकंदर हो गए,
हल्की हवा के झोंके बवंडर हो गए,
मै लड़ता रहा उसूलों की पतवार थामें,
मै कतरा ही रहा लोग समन्दर हो गए।
Hasrat hain sirf tumhe paane ki,
Aur koi khawahish nahi is deewane ki,
Shikwa mujhe tumse nahi khuda se hai,
Kya zarurat thi tumhe itna khubsurat banaane ki.
किस्मत ने जैसा चाहा वैसे ढल गए हम,
बहुत संभल के चले फिर भी फिसल गए हम,
किसी ने विश्वास तोडा तो किसी ने दिल,
और लोगो को लगा की बदल गए हम।
कौन कहता है हम उसके बिना मर जायेंगे,
हम तो दरिया है समंदर में उतर जायेंगे,
वो तरस जायेंगे प्यार की एक बून्द के लिए,
हम तो बादल है प्यार के किसी और पर बरस जायेंगे।
रात गुमसुम हैं मगर चाँद खामोश नहीं,
कैसे कह दूँ फिर आज मुझे होश नहीं,
ऐसे डूबा तेरी आँखों के गहराई में आज,
हाथ में जाम हैं, मगर पिने का होश नहीं।
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