Sad Shayari : Mohabbat Ki Janjeer Se Dar Lagta Hain
Sad Shayari : Mohabbat Ki Janjeer Se Dar Lagta Hain
Sad Shayari in Hindi |
मोहब्बत कि ज़ंज़ीर से डर लगता है,
कुछ अपनी तफलीक से डर लगता है.
जो मुझे तुजसे जुदा करते है,
हाथ कि वो लकीरो से डर लगता है।
बिन बात के ही रूठने की आदत है,
किसी अपने का साथ पाने की चाहत है,
आप खुश रहें, मेरा क्या है,
मैं तो आइना हूँ, मुझे तो टूटने की आदत है।
हर बात में आंसू बहाया नहीं करते,
दिल की बात हर किसी को बताया नहीं करते,
लोग मुट्ठी में नमक लेके घूमते है,
दिल के जख्म हर किसी को दिखाया नहीं करते।
उल्फत का अक्सर यही दस्तूर होता है,
जिसे चाहो वही अपने से दूर होता है,
दिल टूटकर बिखरता है इस कदर,
जैसे कोई कांच का खिलौना चूर-चूर होता है।
न वो आ सके न हम कभी जा सके,
न दर्द दिल का किसी को सुना सके,
बस बैठे है यादों में उनकी,
न उन्होंने याद किया और न हम उनको भुला सके।
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