Ishq Shayari : Ishq Sabhi Ko Jeena Sikha Deta Hain
Ishq Shayari : Ishq Sabhi Ko Jeena Sikha Deta Hain
Ishq Shayari |
जब कोई ख्याल दिल से टकराता है,
दिल न चाह कर भी, खामोश रह जाता है,
कोई सब कुछ कहकर, प्यार जताता है,
कोई कुछ न कहकर भी, सब बोल जाता है।
अनजाने में यूँ ही हम दिल गँवा बैठे,
इस प्यार में कैसे धोखा खा बैठे,
उनसे क्या गिला करें.. भूल तो हमारी थी,
जो बिना दिलवालों से ही दिल लगा बैठे।
इस दिल की दास्ताँ भी बड़ी अजीब होती है,
बड़ी मुस्किल से इसे ख़ुशी नसीब होती है,
किसी के पास आने पर ख़ुशी हो न हो,
पर दूर जाने पर बड़ी तकलीफ होती है।
इश्क़ सभी को जीना सिखा देता है,
वफ़ा के नाम पर मरना सीखा देता है,
इश्क़ नहीं किया तो करके देखो,
ज़ालिम हर दर्द सहना सीखा देता है।
धरती के गम छुपाने के लिए गगन होता है,
दिल के गम छुपाने के लिए बदन होता है,
मर के भी छुपाने होंगे गम शायद,
इसलिए हर लाश पर कफ़न होता है।
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